- 366 Posts
- 488 Comments
जय श्री राम
डेंन मार्क के कार्टून के मामले में पूर्व प्रधान मंत्री डॉ सिंह ने वहां के प्रधान मंत्री को फ़ोन करके मुसलमानों की भावनाओं के आहात होने पर चिंता ज़ाहिर की और ऑस्ट्रेलिया में एक मुसलमान को आतंकवादी में शामिल होने के संदेह पर गिरफ्तारी पर रात भर सो नहीं पाए.केरला में आतंकवादी अफज़ल गुरु के नाम पर कांग्रेस और वाम दल वोट मांगते और coaimbatoor के बम विस्फोट के आरोपी मदानी को परोल में छुडवाने के लिए होली की छुट्टी के दिन विधान सभा का विशेष सत्र बुलवा कर प्रस्ताव पारित किया. केरला में पुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया सामाजिक कार्यों के नाम पर रास्त्र विरोधी कार्यों में लिप्त है.वहां कई जिले मुस्लिम बाहुल्य हो गए हैं जहाँ रमजान के महीने में स्कूल में हिन्दू बच्चो को दोपहर का खाना नहीं दिया जाता.पुणे में एक मुस्लिम मारा जाता पुरे देश की सेक्युलर ब्रिगेड की नीद हराम हो गयेए, टीवी में कई दिनों तक इसकी चर्च होती रही परन्तु हैदराबाद में एक मुसलमान इस लिए मारा गया क्योंकि उसने अपने घर के पास अवैद रूप से बनने वाली मस्जिद का विरोध किया था परन्तु उसप पूरा देश चुप रहा. महारास्त्र भवन में शिव सेना के सांसदों ने ख़राब खाने के विरोध में प्रदर्शन किया और वेटर से कहा की क्या तुम ऐसा खराब खाना खा सकते हो इसको पुरी मीडिया ने संप्रादियक रंग दे दिया जब की उनको मालूम नहीं था की वेटर मुस्लिम है,संसद में भी हंगामा हुआ परन्तु बंगलोरे में एअक मुसलमान द्वारा एक हिन्दू लड़की के साथ बलात्कार किया, अमरनाथ यात्रिओं पर मुसलमानों ने हमला किया, उनके रहने और खाना बनाने के तम्बुओ को जला दिया पर इन सन घटनाओं को न ही संसद में उठाया गया न ही मीडिया में निंदा की गई.उत्तर प्रदेश दंगो का प्रदेश बन गया परन्तु मुस्लिम वोटो की वज़ह से और एक नेता के दवाव से केवल हिन्दुओ और बी.जे.पी.के लोगो को पकड़ा जाता हैऔर उनके साथ अमानुषिक बर्ताव किया जाता जबकि असली दंगाई नहीं पकडे जाते.संत कबीर नगर (नॉएडा) में एक आई.ए.एस.अधिकारी दुर्गानाग्पल इसलिए रात में निलंबित कर दी गये क्योंकि उसने सरकारी ज़मीन पर बन रही अवैध रूप से बननी वाली मस्जिद की दीवाल को गिरा दिया था. पूरे देश में प्रदेश में सबसे ज्यादा दंगे हुए और पुरे देश और विदेशो में भर्त्सना हुई परन्तु यहाँ की सरकार के झूँ तक नहीं रेंगती .यहाँ तक की इस सरकार ने जेल में बंद आतंकवादिओं को भी छुड़ाने का प्रयत्न किया परन्तु अदालत ने खारिज कर दिया.पुलिस के ऑफिसर्स विभिन्न वारदंतो में मरे जाते परन्तु कोड़ा के डिप्टी एस.पी. ज़िऔलहक की मौत पर जिस ररह सेक्युलर नेताओं की भीड़ जुडी वो देखने लायक था क्योंकि वो मुसलमान था परन्तु हिन्दू ऑफिसर के मरे जाने पर कोई नहीं जाता.इसके अलावा प्रदेश सर्कार ने इस परिवार के २ लोगो को सरकारी नौकरी दी गयेए और मुआवजा राशी भी सबसे ज्यादा थी.एक केंद्रीय मंत्री तो घर में शोक प्रगट करने के बाद मज़ार पर मिटटी डालने गए .मुस्लिम तुस्टीकरण की ऐसी मिशाल कही देखने को नहीं मिलती.पच्च्मी बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के बढते प्रभाव से चिढ कर मुख्या मंत्री के इशारे पर उनकी पार्टी के लोगो ने अमानुषिक अत्याचार किये परन्तु सेक्युलर और मीडिया चुप रहे.धर्म के आधार पर आरक्षण सविधान के खिलाफ है परन्तु पहले आंध्र प्रदेश और अब महारास्त्र प्रदेश ने मुसलमानों के लिए आरक्षण की घोषणा कर दी.उत्तर प्रदेश में मुसलमानों को आबादी के हिसाब से आरक्षण की वकालत समाज पार्टी करती रही परन्तु सेक्युलर ब्रिगेड चुप रहा.हिन्दुओ के भगवन, देवी देवताओं और धर्मग्रंथो पर कोई भी टिप्पणी या लेख लिख पर विरोध पर सेक्युलर ब्रिगेड भड़क जाता परन्तु इसाइयों और मुस्लिम्स के बारे में ऐसा लिखने की किसी की हिम्मत नहीं होती.बंगलादेशी लेखिका तस्लीम नसरीन को पच्च्मी बंगाल के मुसलमानों के विरोध स्वरुप देश से निस्क्रषित पर कोई सेक्युलर ने विरोध नहीं किया .यदि हिन्दू हिंदुत्व, अतीत के इतिहास ,रास्त्र,धर्म ,हिन्दू के अरे में विचार रक्खे तो पुरे देश में भूचाल आ जाता है परन्तु कट्टरपंथियो ओवैसी .इमाम बुखारी द्वारा रास्त्र विरोधी भाषारो या नारों पर न कोई कार्यवाही होती न कोई विरोध.उत्तर प्रदेश के मंत्री आज़म खान ने दंगइयो को पुलिस से छोड़ने के लिया कहा जिसका स्टिंग ऑपरेशन एक टीवी चैनल ने दिखाया था ,कारगिल के शहीदों को साम्प्रादिकरंग देने के बाद भी मंत्री बने हैं .स्वंतंत्रता के बाद देश में हज़ारो दंगे हुए परन्तु सेक्युलर ब्रिगेड को केवल गुजरात का दंगा ही पड़ा जब्को इससे ज्यादा भयानक दंगे पहले गुजरात ,भागलपुर,असम, उत्तर प्रदेश में हो चुके हैं जिसमे हजारो लोग मारे गए और लाखो लोग विस्थापित हुए पर टीवी चैनल केवल गुजरात की ही बात करते रहे.ऐसे लोग हिन्दुओ और मुसलमानों को विभिन्न रंगों में रख कर सेकुलरिस्म को बदनाम कर रहे हैं. सानिया मिर्ज़ा एक अच्छी टेनिस प्लेयर है जिसने देश के लिए बहुत से पदक जीते परन्तु पाकिस्तान के सोइब मालिक से शादी कर के हिंदुस्तान की पहचान खो दी ,तेलगु बोल नहीं सकती और तिरंगे झंडे के अपमान का आरोप है..उसको तेलंगना सरकार ने प्रदेश का ब्रांड एम्बेसडर बना कर एक करोड़ रूपये की धन राशी दी जो केवल मुस्लिम वोट के लिए किया गया लेकिन गलत कदम है.और रास्त्र का अपमान है.वी वी लुक्स्मन या सेना नेवाल को ये पद दिया जा सकता था.इसका विरोध करने पर पुरे सेक्युलर ब्रिगेड का खून खौल उठा और विरोध करने वाले की निंदा शुरू कर दी.
देश का ये सेक्युलर ब्रिगेड हिन्दुओ को अपमानित तथा मुसलमानों को विशिस्ट नागरिक समझ कर देश के लिए बहुत घातक कार्य कर रहा है.इससे रास्ट्रीय एकता और भाईचारा की जगह दोनों समुदाय के बीच नफरत, विरोध और तनाव बढता जा रहा है जो किसी भी हालत में देश के लिए अच्छे नहीं हैं .उम्मीद है हमारे सेक्युलर ब्रिगेड (राजनेता,मीडिया)और बुद्धिजीवी इस मानसिकता से हट कर दोनों समुदाय को देश का सामान नागरिक (भारतीय) की तरह रक्खेंगे और वोट बैंक की रहनीति छोड़ कर विकास और दूसरी समस्याओ पर ध्यान देंगे.
Read Comments