Menu
blogid : 18237 postid : 1068605

सड़क सुरक्षा पर सरकार की नीद खुली

भारत के अतीत की उप्
भारत के अतीत की उप्
  • 366 Posts
  • 488 Comments

जय श्री राम
हमारे देश में प्रति वर्ष हजारो लोग सड़को में हुए हादसे का शिकार होते है परन्तु सरकारे इस मामले में सुस्त रही.इसके मुख्या कारण है यातायात नियमो का पालन न करना.गाडियों को तेज चलाना, नशे की हालत में चलाना, सीट बेल्ट न बांधना,हेलमेट न लगाना लाल बत्ती पर न रुकना और नियम से ज्यादा लोगो को बैठना (ओवरलोडिंग ).और चलते वक़्त मोबाइल से बात करना यातायात पुलिस भ्रटाचार की वजह से नियन तोड़ने वालो के खिलाफ या तो कार्यवाही नहीं कर पाते या ऐसे लोग बड़े रासुक वाले होते जो पैस्दे के बल पर छूट जाते.अभिवायको की भी गलती है जो नाबालिगो को वहां उपलब्ध करा देते.यातायात ऑफिस भी लोगो लो ड्राइविंग लाइसेंस बिना टेस्ट किये पैसे दे कर दे देते है इसके अलावा ट्रक ड्राईवर नशे की हालत में तेज चला कर लोगो की जान लेते ऐसी खबरे रोज़ समाचार पत्रों में छपती है.केवल ३ प्रदेशौत्तर प्रदेश,केरल और नागालैंड ने अपने यहाँ सुरक्षा नीति अपनाई है.कुछ दुर्घटना के आकडे चौकाने वाले है.साल २०१३ में ४.७५ लाख लोगो की सड़क दुर्घटना में जान गयी.२०१४ में १४% ज्यादा लोगो ने जान खोई.इनमे से २५% दो पहिया वाले लोग है.पिछले १० साल में ५० लाख लोग अपंग और घायल हुए जिसमे से १.२ लाख पैदल यात्री थे.अप्रैल २०१४ में सर्वोच्च न्यालय ने जस्टिस के.एस..राधाकृष्णन की अध्यक्षता में एक समिति बनाई जो देश में बढती दुर्घटनाओ को रोकने और नियम तोड़ने वालो को सजा देने के लिए सिफारिश करेगी.इस समिति ने जो रेपर्ट दी उसे मान कर सभी प्रदेशो और केंद्र शासित राज्यों में १ सितम्बर से लागू होंगी .देखना है की इस से कितना देश में सड़क दुर्घटनाओ में फरक पड़ता है.ये सिफारिशे है.
१.कार में मोबाइल से बात करने पर,तेज रफ़्तार से चलने पर ,ओवरलोडिंग की हालात में पकडे जाने पर ड्राइविंग लाइसेंस जब्त हो जाएगा
२.शराब या अन्य चीजो से नशे की हालत में पकडे जाने पर ड्राइविंग लाइसेंस निच्छित अवधि तक जब्त के अलावा मोटर व्हीकल एक्ट के तहत मुक़दमा और जेल की सजा.
३,सीट बेल्ट या हेलमेट न बाँधने पर जुर्माने के साथ २ घंटे का सुरक्षा पाठ पढ़ाया जाएगा.हेलमेट पिछले सीट पर बैठने वालो पर भी लागू होगा.
देश में बढ़ती दुर्घटनाओ और लोगो की जान और अपंगता से चिंतित समित ने राज्यों से इन नियमो को कड़ाई से पालन करने को कहा है.देखना है की पुलिस और यातायात के लोग कितनी गंभीरता से इसे लेते है.उम्मीद है की इन नियमो से दुर्घटनाओ पर कमी आयेगी.
रमेश अग्रवाल,कानपुर

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh