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५ राज्यों के विधानसभाओ के चुनावो का विश्लेषण –

भारत के अतीत की उप्
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जय श्री राम हॉल में ५ राज्यों में संपन्न चुनावो के नतीजे १९ मईdownload (6)images (3) बहुत ही दिलचस्प लेकिन चौकाने वाले है जहां कई जगह वोटरों ने सरकार बदले में नए मानदंड कायम किये वही कुछ चौकाने वाले थे

.विधान सभा चुनाव राष्ट्रीय मुद्दों से स्थानीय मुद्दों पर लडे जाते जिसमे बहुत से स्थानीय मुद्दे हाबी होते लेकिन भ्रष्टाचार कट्टरपंथी में संलिप्त  होने के वावजूद यदि इनको नकार कर वोट डाले जाते तो लोकतंत्र के लिए खतरनाक हो सकते.दुसरे मुफ्त की चीजे बाटने वाली संस्कृत बहुर खतरनाक है जो लोकतंत्र के लिए नुक्सान है जहां कांग्रेस ने दो राज्यों में आसाम और केरल में सत्ता गवाई बंगाल में भी वाम दलो से गठबंधन बहुत नुक्सान दायक हुआ.बंगाल और केरल में मुस्लिम वोटो ने सत्ता दल के लिए बहुत मदद की.इस चुनाव में बीजेपी की अच्छी नीति और पिछले भूलो से सबक ले आसाम में सत्ता हासिल के साथ सबी जगह वोट %बढाया .इन चुनावों की मुख्य बिंदुहै:-बीजेपी की सर्कार मैदानी इलाको से अब पहाडी इलाको(असम) में बन गयी और दुसरे राज्यों में वोट प्रतिशत भी बढ़ा जबकि कांग्रेस और सिकुर गयी जबकि बीजेपी के पास ९ राज्यों में अपनी और ४ राज्यों में गठबंधन के साथ सरकार है कांग्रेस के पास एक बड़ी प्रदेश कर्नाटक और ५ छोटे प्रदेश में है जिनमे २ में मुख्य मंत्रियो पर भ्रष्टाचार के आरोप है.इसके परिणाम से राहुल  गांधी की साख गिरी है और उनके न्रेत्रत्व पर सवाल उठाने लगे है.स्थानीय  मुद्दे  और स्थानीय नेतृत्व का बहुत फर्क होता बीजेपी ने असम में नेता घोषित करके चुनाव जीता अन्य जगह कोइ अच्छा नेता नहीं मिला.केवल आंकड़ो से चुनाव नहीं जीता जा सकता.कांग्रेस ने बिहार में गठबंधन बना चुनाव जीता जबकि बंगाल ,तमिलनाडु में हार गए.भ्रष्टाचार के आरोप होते हुए ममता जयेललिता  जीती करुणानिधी और चांडी  हारे.उम्र का जनता ध्यान नहीं देती इसीलिये करूणानिधि और अच्चुत्यानंद चुनाव जीते.!अब बीजेपी के खिलाफ सब दल एक जुट है.मोदीजी के मुकाबले कोइ दूसरा कदावर नेता नहीं  !कांग्रेस के गिरते प्रभाव की वजह से राष्ट्रीय दलों से ज्यादा प्रभाव क्षेत्रीय दलो का हो रहा जो लोकतंत्र के लिए खतरनाक है.अब हरप्रदेश की समीक्षा की जाती है.

पच्छिम बंगाल :- images (4)ममता बनर्जी न केवल चुनाव जीती लेकिन इतिहास में सबसे ज्यादा २११ सीट्स जीत कर सबको चकित कर दिया.ये तब हुआ जब प्रदेश के बड़े नेता शारदा नारद चिट फण्ड के घोटालो में फंसे थे जिसमे प्रदेश के लाखो लोगो का पैसा डूब गया  कोलकता.में विवेकानंद पुल गिर गया जिसमे बहुत से लोग मारे गए कई नेता घूस देते स्टिंग ऑपरेशन में पकडे गए .मालदा में  मुस्लिमो द्वारा  बहुत हिंसा हुई वहा अफीम की खेती होती ,बंगलादेशी अवैधरूप से घुसपैठ कर के आते और नकली नोटों का धंधा  होता,जगह जगह बम बनाने के कारखाने पकडे गए और बहुत से लोग मारे गए !कांग्रेस ने घोर विरोधी वाम दलो के साथ गठबंधन बनया फिर ममता कैसे जीती.!प्रदेश में २७% मुसलमान है जिनको पुरी छूट मिली है इसीलिये वे आँख मूद कर ममता को वोट देते क्योंकी उनको सब अपराध करने की पुरी छूट .ममता ने प्रदेश के सभी मस्जिदों के इमामो को सरकार से तनखाह देती १० मिलियन मुस्लिम बच्चो को वजीफा,९७%मुस्लमान OBC में रजिस्टर्ड किये.!कन्याश्री के अंतर्गत ३३ लाख लडकियो को  १९०० करोड़ की मदद.४० लाख लडको लडकियो को मुफ्त साइकिल .१ लाख बेरोजगारो को रु १५०० प्रति माह बेरोजगारी भत्ता.!२१००० फ़िल्मी और टीवी कलाकारों को ग्रुप मेडिकल बीमा करवाया.८ करोड़ गरीबो को चावल रु २ प्रति किलो देती है. प्रदेश में २९४ सीट्स है जिसमे १२७ सीटो में मुस्लिम निर्णायक होते और वे आँख मूँद कर ममता को वोट देते .गठबंधन से वाम दलो का नुक्सान हुए क्यों की उन्हें कांग्रेस से भी कम सीटें मिली और कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल हुआ.कांग्रेस को ४४ सीटे(१२.२%),वाम  दल २७(२१.१%)टीएमसी २११(४४.९%) जबकि बीजेपी ३ सीटी ले कर १०.२%वोट लिए.वैसे राहुल गांधी वाम दल से गठबंधन के खिलाफ थे लेकिन स्थानीय नेताओ के  दवाब में हामी भरी सोनिया भी ममता की दोस्ती की वजह से चुनाव सभाए नहीं करना चाहती परन्तु स्थानीय दवाव में मानी.ममता की जीत के बाद जिस अभद्र भाषा का  इस्तेमाल किया व लोकतंत्र के खिलाफ है उसने तो चुनाव आयोग को भी धमकी धी .अब इस प्रदेश में बम फिस्फोट करने और तस्करी और अवैध कार्यो की बाढ़ आ जायेगी क्योकि  मुस्लिम वोटो की कीमत वसूलेंगे !ममता ने कहा की प्रदेश में कोइ भ्रष्टाचार नहीं और मोदी सरकार ने ६ महीने तक हमें काम नहीं करने दिया और अपराधी लालू से गठबंधन में कोइ परहेज़ नहीं ये उसकी मानसिकता दर्शाती !इस आंधी के चलते भी ममता के ८ प्रनुख मंत्री चुनाव हार गए.tmc-l-pti

तमिल नायडू “-१९८४ से  पहली बार कोइ dal लगातार दुबारा सत्ता में आयेया इस तरह जयेललिता ने एक रिकार्ड बनाया इसके पीछे कुछ कारन है.अम्मा के नाम से  कैंटीन ,बेबी किट ,सीमेंट,बीज और गरीब को फंखे,लैपटाप ,मिक्सर गरीबो को मुफ्त,गरीब लडकियो को ८ ग्राम सोना,और औरतो के लिए आधे दाम पर स्कूटर  और १०० यूनिट मुफ्त बिजली की घोषणा के साथ खूब प्रचार भी किया कोइ गटबंधन नहीं.बीजेपी,विजयकांत के दल DMDK को कोइ सीट नहीं मिली लेकिन ये सब वोट DMK के कट गए वैसे इस बार २३४ (२३२)में जयेललिता लो १३४(४०.८%),करूणानिधि के दल को ८९(३१.५%)कांग्रेस को ८ (६.४%) मिली बीजेपी को कोइ सीट नहीं मिली लेकिन वोट १०% मिले.पहले करूणानिधि ने अपने पुत्र स्टॅलिन को मुख्य मंत्री के लिए घोषित किया जिससे उन्हें बढ़त मी रही परन्तु जैसे ही उन्होंने अपने को रक्खा  उनकी उम्र और भ्रष्टाचार की वजह से उन्हें हार का मूह देखना पड़ा.download (4)!लेकिन इस बार चूंकि विपक्षी दल की सीटे बहुत है इसलिए विधान सभा में बहुत मुस्किल होगी,इसके अलावा इतने मुफ्त सामन के लिए पैसा कहा से आएगा जबकि प्रदेश में ४ लाख करोड़ का कर्जा है ऐसे में विकास पर प्रभाव पड़ेगा.दोनों के बीच में सामंजस होना चाइये.!शराब बंदी और लोकायुक्त की नियुक्ति करके अपने वायेदे को निभाए.

केरल:-यहाँ कांग्रेस की हार और लेफ्ट की जीत ने पुरानी परंपरा कायम रही लेफ्ट ने अच्चुतानंद को आगे कर  चुनाव लड़ा था लेकिन अब उन्हें उनकी उम्र (९२ साल) देखते विजयन पिन्वाई को मुख्य मंत्री चुना है वाम दल को १४० में से 91 जबकि कांग्रेस गठबंधन को केवल ४७ सीते मिली बीजेपी पहली बार १ सीट जीत कर और १०.२% वोट लिए और एक सीट पर केवल ८९ वोटो से हार हुयी वही ६ सीटो में दुसरे नंबर पर रही.इस तरह केरल में बीजेपी ने प्रवेश कर लिया.यहा  मुस्लिम आबादी २६.६% है और कुछ जिलो जैसे कन्नूर में बहुसंख्यक है ये सब वोट लेफ्ट को मिले और यहाँ पर भी राजनातिक हत्याए बहुत होती है इसे यदि  दक्षिण का कश्मीर कहे तो अतिश्योक्ति नहीं होगी.यहाँ पर वाम दलो की गुंडागर्दी होती और आरएसएस / बीजेपी के और विरोधियो को मारा जाता चुनाव के बाद एक बीजेपी नेता  की हत्या कर दी और बहुतो के मकानों में आग लगा दी जिसके खिलाफ आज बीजेपी का प्रतिनिधि मंडल राष्ट्रपति से मिला.कांग्रेस के खिलाफ भ्रष्टाचार के बहुत आरोप थे.इस जीत के साथ प्रदेश में खूब खून खराबा होगा खास कर बीजेपी और आरएसएस वाले लोग मारे जायेंगे.ये कैसी गंदी राजनीती के बंगाल में मिल कर चुनाव और केरल में विरोध में !इस तरह कांग्रेस के हाथ से केरल भी निकल गया.!download (5)आसाम :-इस राज्य में पहली बार बीजेपी की सरकार बनी जिसकी मुख्य वजह है की पार्टी ने स्थानीय नेता सर्वानन्द सोनेवाला को मुख्य मंत्री के रूप में उतरा और असंम गन परिषद् और बोडो पीपुल्स फ्रंट से गठबंधन किया और २५००० आरएसएस के लोगो ने प्रचार किया.१२६ सीटो में गठबंधन ने ८६(४१.५%)जीती जबकि कांग्रेस ने केवल २६(३१%)जीती.बीजेपी ने खूब प्रचार किया और कोइ न कोइ नेता प्रदेश में जाता रहा मोदीजी और अमित जी ने भी खूब जोड़ लगाया और मेहनत सफल हुई उन्होंने अवैध घुसपैठियों से मुक्त दिलाने और उनकी पहचान कर  भेजने  का वायेदा किया इसके लावा विकास पर भी जोर दिया.उधर कांग्रेस के १५ साल में भ्रष्टाचार और  भातीजेबाद के आरोप के साथ तरुण गगोई की बढ़ती उम्र भी हार का कारन बनी.इस तरह इतिहास रचा गया,!

Sarbananda-Sonowal_twitter-@sarbanandsonwal_3801

पौण्डीचेरी :- इस केंद्रीय शासित राज्य में जिसका कोइ राजनातिक महत्व नहीं है ३० सीटो में कांग्रेस दमके गटबंधन ने १७ सीटो पर जबकि aimdk ने ४ सीते जीती !इन चुनावों में ५ विधान सभा के ३६% विधयाको के खिलाफ गंभीर अपराधिक मामले है जबकि केरला में ६२% के खिलाफ है. बंगाल में ३२% के खिलाफ मामले दर्ज है.!५३%विधयक करोडपती है जिनमे ८३% पांडीचेरी में और ७६% तमिलनाडु में है !ये बहुत खतरनाक है क्योंक इनकी सम्पति की कोइ जांच नहीं करता.सबसे खतरनाक बात है चुनाव के बाद विजयी दलो द्वारा विरोधियो के खिलाफ हिंसा जिसमे बहुत मारे भी गए.ममता का बंगाल और केरला इन मामले में बहुत बदनाम बंगाल में बीजेपी और वाम दलो के नेताओ पर हिंसात्मक और जान लेवा हमले हुए और पुरे सालो येही रहेगा क्योंक जेहाडियो को ममता को दिए वोटो की कीमत वसूलनी  और पुलिस या कानून का डर नहीं यही हाल केरला का है जहाँ आरएसएस और बीजेपी के लोगो पर हमले हुए उनके घरो को जला दिया गया और कई मारे गए केरला में भी ये ट्रेंड कई सालो से चल रहा और चलेगा.क्योंकि यहाँ भी कट्टरपंथी है.अफ़सोस की केजरीवाल,नितीश,कांग्रेस ने इन हमलो की निंदा नहीं की जो लोकतंत्र की गरिमा को गिराने वाला है.Pinarayi_Vijayan_2861407fरमेश अग्रवाल,कानपुर

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