जय श्री राम इतिहास साक्षी है की जब जब देश के लोगो ने देश के साथ विश्वासघात किया देश गुलाम हुआ मीर जफ़र और जैचंद लोगो को अभी भी याद है.आज विश्व आतंकवाद से ट्रस्ट है और इसके खिलाफ सख्त कदम उठा रहे अमेरिका और पच्छमी देशो ने इसपर कठोर कार्यवाही करके इसपर विजय प्राप्त कर ली क्योंकि वहा के लोग इसपर राजनातिक गोटियाँ नहीं सेकते.जब अमेरिका ने लादेन को पाकिस्तान में सर्जिकल ऑपरेशन करके मार कर समुद्र में फिकवा दिया किसी ने भी इसपर कोइ न उंगली उठाई न ही कोइ प्रश्न किया न ही लाश को समुद्र में फेकने पर आलोचना की लेकिन इस मामले में हमारे देश के राजनेता बहुत ही विचित्र है जो कुर्सी के लिए देश को भी बेच दे.!हमारा देश आतंकवाद से त्रस्त है और इसके लिए पड़ोसी पाकिस्तान जिम्मेदार है.यदपि हमने ४ बार युद्ध के मैदान में हरा दिया जिसका सारा श्रेय सेना को है लेकिन राजनातिक अदूरदर्शिता से हम हार गया.सबसे पहले १९४८ में नेहरूजी ने बिना किसी से पूंछे युद्ध विराम की घोषणा उसवक्त की जब सेना पकिस्तान को भगा रही थी और २ दिन में पूरा कश्मीर हमारा हो जाता.!१९६५ में शाश्त्री जी के समय पकिस्तान का बहुत बड़ा हिस्सा हमने जीत लिया लेकिन शाश्त्री के संदिग्ध मृत्यु से जीता हिस्सा लौटाना पड़ा.!१९७१ में इंदिराजी ने ९०००० सैनिक छोड़ दिए शिमला समझौता करके जो हमारी हार थी नहीं तो बिना कश्मीर नहीं छोड़ना चाइये था.कारगिल और संसद के हमले के वक़्त यदि अटलजी ने थोडी और हिम्मत दिखा दी होती तो आज हमें इस समस्या से नहीं झूझना पड़ता.इन सब समय देश में पकिस्तान के खिलाफ एकता थी और किसी ने भी राजनीती नहीं की.!सोनिया मनमोहन सिंह जी के समय कोइ खास पहल नहीं हुई और देश को २६/११ का और दुसरे स्आतंकवादी घटनाएं देखनी पडी.!जबसे मोदीजी ने देश की कमान संभाली उन्होंने पहले दोस्ती और शांति की कोशिश की लेकिन उसके बाद भी गुरुदासपुर, पठानकोट और उरी में आतंकवादी हमले हुए जिससे उरी में १९ सेना के जवान शहीद हुए उसके बाद मोदीजी पर कुछ ठोस कदम उठाने का दवाब बन रहा था और उरी हमले ने प्रधानमंत्री और सरकार को मजबूर कर दिया और सबक सिखाने का मन बनाया गया.इस पर आतंरिक तैयारी करके सेना को कह दिया गया और २८-२९ सितम्बर की रात सेना के लोगो ने POK में ४ एमआई.-१७ से ६० सेना के लोग उतारे जिन्होंने ४ घंटे में ही ३० से ज्यादा आतंकियो को मारा १५ से ज्यादा शिविर नष्ट किये २ पकिस्तान सैनिक मारे गए ,और कई लांचिंग पद नष्ट कर दिए गए !इसकी घोषणा सेना के DGMO LT.रणवीर सिंह ने घोषणा की थी जिसके बाद पुरे देश में खुशी की लहर दौड़ गयी और मोदीजी,सेना और सरकार की तारीफ होने लगी और कांग्रेस और विरोधी दलों ने भी सेना के इस कदम की सरहना की.भारत को जर्मनी ,यूरोपियन यूनियन ,अफ़ग़ानिस्तान,रूस,बांग्लादेश और यूनाइटेड अरब इमीरेट (UAE) ने समर्थन किया किसी भी देश ने विरोध नहीं किया!चीन ने बातचीत करने की सलाह दी. !जब मोदीजी की तारीफ़ होने लगी तो कांग्रेस के नेता और केजरीवाल जलन के मारे घबडा गए ! अब सेना के आपेरशन को फर्जी बता कर सबूत माग रहे जबकि ऐसे सबूत दिखाना खतनाक होता है!पकिस्तान इतना बौखला गया और कहा भारत ने सीमा उल्लघन की और २ सेना के लोग मारे गए,.-सेना और प्रधानमंत्री शरीफ कहते रहे की यदि भारत ने हमला किया तो हम माकूल जवाब देंगे,!२ दिन तक आतंकवादी हाफीज़ सईद भारत को धमकी देता रहा लेकिन बाद में कहा चला गया कुछ नहीं कहा जा सकता.पकिस्तान बहुत दुखी है की विश्व समुदाय वह अलग थलग हो गया.संसद में भी भाषण में बुरहान वानीको शहीद बताया और कश्मीर वालो को मदद करते रहेगे लेकिन विरोधी दलों ने बहुत आलोचना की और भारत के प्रति नीति पुरी असफल रही !देश में कांग्रेस के संजय निरुपम ,दिग्विजय सिंह चिदम्बरम और अरविन्द केजरीवाल ने सबूत दिखने की बात की क्योंकि पकिस्तान ५ दिन बाद विदेशी पत्रकारों को स्ट्राइक की जगह ले गया जहाँ से सब सबूत मिटा दिए गए थे.तो विदेशी पत्रकारों ने कहा की उन्हें कोइ सबूत स्ट्राइक के नहीं मिले.इस पर ही हमारे देश में विरोधी नेता और मोदीजी के विरोधी सपूत मांग कर सेना का अपमान कर रहे है.एक बार सेना ने कह दिया उसपर सवाल नहीं उठाये जाते ऐसा करना सेना का अपमान समझा जाता है.कांग्रेस के प्रवक्ता सुरजेवाला ने नेताओ के व्यान से किनारा करते उनको निजी व्यान बताया तो फिर क्यों नहीं निकाल देते?लेकिन कांग्रेस का झूठ पता चला जब उनके नेता राहुल गांधी ने पहले मोदीजी की प्रशंसा करते स्ट्राइक का समर्थन किया लेकिन ६ अक्टोबर को कहा की मोदीजी सैनिको के खून के पीछे छिपे है जो बहुत शर्मनाक दुर्भाग्यपूर्ण था क्या अब कांग्रेस की सोनिया गांधी और सुरजेवाला कुछ कहेंगे और व्यान को निजी बताने की हिम्मत करेंगे.!लगता है कांग्रेस के हाई कमांड के इशारे पर ही सब हो रहा.संजय ने तो मीडिया को धमकी दे दी की वे अपने ऑफिस में भी नहीं घुसने देंगे .!POK में रहने वालो ने देखा की करीब ६० लोगो के शव ट्रक में ले जा कर दफना दिए गए और उनके लिए नवाज़ भी पढी गयी.एक पकिस्तान ने अपने अफसर समझ कर मोबाइल पर स्ट्राइक की बात बता दी जो एक विदेशी पत्रकार का था और उसने CNN को बता दिया.इसी तरह पकिस्तान में भी कई लोगो ने स्ट्राइक की बात मानी है.वैसे पाकिस्तानी मीडिया ने केजरीवाल,संजय चिदम्बरम की खबरे मुख्य प्रष्ठ में छाप कर सवाल पूंछा की जब देश के नेता फर्जी मान रहे तो सबूत क्यों नहीं देते .!इन लोगो के कृत्य राष्ट्र द्रोह है और कानून के हिसाब से इनपर मुकदमा चलना चाइये.वैसे कई जगह अदालतों में केस दायर हो गए लेकिन यह दिखाता की किस हद तक राजनीती लाभ के लिए कुछ नेता देश की सुरक्षा और सेना के स्वाभिमान की भी परवाह नहीं करते जो बहुत निंदनीय है ये बेशर्म है.जरूर कोइ कारन है जिससे वे ऐसा कर रहे.अन्ना हजारे ने भी केजरीवाल के कदम को गलत बताया.!जहाँ राहुल के व्यान की सब जगह निंदा हो रही अब उसपर कांग्रेस उसके बचाव पर आ गयी.शायद हमारा ही देश ऐसा है जहाँ देश की सुरक्षा और सेना की स्ट्राइक को टीवी में चर्चा होती इससे जग हसाई के साथ सेना का मनोबल गिरता है!पकिस्तान में इतनी घबराहट है की आतंकवादियो को मरने का हुकुम जारी कर दिया गया.जब पाकिस्तान स्त्त्रिके की बात मान रहा रूस ने भी स्ट्राइक की पुष्टि कर दी तो देश के नेताओ को बेकार के व्यान्बाज़ी करने की क्या ज़रुरत.ये दर्शाता की हमारे कुछ नेताओ को देश और सेना की प्रतिष्टा से ज्यादा राजनातिक हित जरूरी है.पहले कहते मोदीजी कुछ करते नहीं अब कहते है सबूत दिखाओ.शरद पवार कहते की पहले भी ऐसी स्ट्राइक्स हुई लेकिन उन्होंने कहा नहीं जबकि पूर्व रक्षा अधिकारी कहते की इस तरह की स्ट्राइक पहले कभी नहीं हुई,पकिस्तान के नेताओ को समझ में नहीं आ रहा की क्या करे ये हमारे हित में है लेकिन ये ज़रूर है की सेना और बड़े स्ट्राइक की तैयारी कर रही और सही समय का इंतज़ार कर रही.टीवी में इस तरह की डिबेट बंद होनी चाइये.लगता जैसे सबूत मागने और सरकार की आलोचना वाले पाकिस्तानी अजेंतो का काम कर रहे इसकी जोरदार शब्दों में निंदा होनी चाइये और बीजेपी को भी इसका राजनैतिक फायेदा नहीं उठाना चाइये.आदेश और सेना का सम्मान सब नागरिको का कर्त्तव्य है और ज़िम्मेदारी भी!हमें अमेरिका पच्छिम देशो से सबक लेना चाइये.आज जो विदेशो से भारत के समर्थन मिल रहा व मोदीजी की विदेश नीति की सफलता है! रमेश अग्रवाल -कानपुर
This website uses cookie or similar technologies, to enhance your browsing experience and provide personalised recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy. OK
Read Comments