जय श्री राम जब से मोदीजी के न्रेतत्व में केंद्र में एनडीए की सरकार आई उससे कांग्रेस ,सोनिया गाँधी और खास कर सेक्युलर कहलाने वाले दल बहुत दुखी है.ईसाई मिशनरीस बहुत दुखी है ह्योंकी सोनिया के राज्य में जो धर्मपरिवर्तन और दुसरे अनैतोक कार्य होते थे बंद हो गए.इसीलिये राष्ट्रपति ओबामा ने कूटनीतिक मर्यादा को तोड़ कर पहले देश में फॉर अमेरिका में देश के अल्पसंख्यको की सुरक्षा पर सवाल उठाये.दादरी की घटना पर मूर्ख बुद्दिजीवियो फिल्म कलाकारों ने अपने अवार्ड वापसी कोए चर्च में चोरी की घटनाओं को इसाइयों पर हमले की तरह दिखाया और एक भारतीय लेखक ने लन्दन में असहिसुणता पर उस वक़्त सवाल उठाये जब प्रधानमंत्री लन्दन यात्रा में थे.ये सब काम कांग्रेस ने हार की खुंदक से करवाया.लेकिन मोदीजी ने विश्व के देशो में मित्रता और आपसी समझाते और सहयोग के जो ऊंचाइया चूही उससे यहाँ के विरोधियो की नीद हरम हो गयी और सरकार के ऊपर हमले की सोचने लगे.!पकिस्तान कश्मीर में आतंकवादियो को भेज कर समस्या खडी कर रहा था पहले गुरुदासपुर,फिर पठानकोट और बाद में उरी में हमले करवाए जिसमे हमारे १९ लोग मारे गए इसने सरकार के संयम को खत्मकर दिया क्योंकि जनता से भी पकिस्तान को सबक सिखाने की मांग उठ रही थी.ऐसे आपरेशन बहुत प्लानिंग और तैयारी के साथ गुप्रूप से किये जाते और ऐसा हुआ भी जब भारतीय सेना के स्पेशल प्रशिषित लोगो ने POK में घुस कर ४ घंटे की कार्यवाही में दुश्मन के ३० से ज्यादा आतंकवादी मारे,बहुत से शिविर नष्ट कर दिए और लांचिंग पदों को नष्ट कर के सही सलामत आ गए.इससे देश में खूब तारीफ़ हुई और विरोधियो ने भी सरकार के कार्य को सरहाया !देश को कई देशोमका समर्थन मिला पकिस्तान अलगथलग पड गया .सुष्माजी ने संयुक्त राष्ट्र संघ में पकिस्तान की हरकतों का कला चिटठा खोल कर बेनकाब कर दिया.इससे देश विदेश में सरकार सेना और प्रधानमंत्री की खूब तारीफ हुई.!विरोधियो को जब ज़मीद खिसकती लगी तो राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री पेर सेना के खून से खेलने का भद्दा आरोप लगाया,पवार बोले हमारे समय भी ऐसा ४ बार हुआ था जिसको पूर्व सेना अधिकारिओ और विशेषज्ञों ने नकार दिया.!इस सर्जिकल स्ट्राइक को लेकत मोदीजी की बुरी विरोधियो ने करना शुरू कर दिया जो कुर्सी के लिए किसी भी स्तर पर गिर सकते है.!विदेशियो ने देश को तोड़ने के लिए दलित मुस्लिम की राजनीती करना शुरू किया जबकि किसी के साथ भेदभाव नहीं होता!इतने बड़े देश में कुछ घनाये होती लेकिन कानून अपना काम करता.!उत्तर प्रदेश पंजाब,गोवा में चुनाव आ रहे अब विरोधी कहते की स्ट्राइक चुनाव की वजह से की गयी मायावती चुनावी सभा में कहती की मोदीजी चुनाव के लिए देश को भी युद्ध में डाल सकते है ये सेना का और देश की सुरक्षा का सवाल है !हॉल में तीन तलाक को ख़तम करने का मामला अदालत में चल रहा जिसमे सरकार ने भी अपना पक्ष रख कर कहा की ये औरतो की स्वतंत्रता और सैव्धानिक अधिकारो के खिलाफ है सब मुस्लिम नेता सरकार की आलोचना करने लगे क्योंकि उन्हें देश से ज्यादा मुस्लिम वोटो की फिकर है !सबसे ज्यादा शर्मनाक व्यान मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का था जिन्होंने एक प्रेस कान्फरेंस में प्रधानमंत्री मोदीजी की आलोचना की की सरहद संभालता नहीं देश में अलगाववाद पैदा करना चाहते.उन्होंने कहा इस कानून से छेड छाड़ इस्लाम और कुरान के खिलाफ है जिसे मुसलमान नहीं मानेगा.ये खुले रूप से देश की न्यायालय सरकार और सविधान का अपमान है.!इस मामले में भी विरोधियो ने मुस्लिम समुदाय का ही पक्ष लिया जो निंदनीय है!देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री प्रदेशो या दिल्ली की रामलीला में भाग लेते इस बार मोदीजी ने लखनऊ की रामलीला में भाग लिया इसको भी चुनाव और धर्म से जोड़ दिया.!एक तरफ जहाँ देश पकिस्तान से लड़ रहा देश के विरोधी एक नया मोर्चा खोल कर पकिस्तान की सरकार को मदद कर रहे है.कांग्रेस के नेताओ केजरीवाल ने सर्जिकल स्ट्राइक पर जिस तरह के व्यान दिए उसमे पाकिस्तान को सहारा मिला जिसे पूरी दुनिया ने नकार दिया कोइ उसकी बात नहीं सुनता.!देश में बोलने की आजादी के साथ किस तरह की आजादी होनी चाइए ये भी ज़रूरी है.देश के विरुद्ध या सेना के अपमान की इज़ाज़त नहीं दी जा सकती.उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री श्रम सलाहकार मोहम्मद अब्बास ने कहा की रावन के पास सोने की लंका थी लोग गरीब थे मोदीजी के राज्य में लोग सुखी नहीं केवल अम्बानी अदानी सुखी है.!मुस्लिम नेता कोई भी हो प्रधानमंत्री पर अपशब्द कहने में बहुत ही मुखर रहेते यही मानसिकता है क्योंकि वे जानते की सेक्युलर कहलाने वाले नेता दल उनका समर्थन करते रहेंगे.!अमेरिका या अन्य पच्छिम देशो में देश की सुरक्षा,आतंकवाद और सेना कार्यवाही पर राजनीती नहीं होती केवल भारत है जहाँ वोटो की राजनीती को देश हित से ऊपर समझा जाता है ! आज कश्मीर के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा की भारत और पाकिस्तान को मिल बैठ कर बात करनी चाइये उन्हें उरी से कोइ मतलब उन्हें केवल कश्मीर की फिकर है!सबसे ज्यादा शर्मनाक घटना विजयादशमी के दिन दिल्ली के प्रतिष्टित जवाहर लाल विश्वविद्यालय(JNU) में हुआ जहाँ कांग्रेस की विद्यार्थी संगठन NSUI के पूर्व अध्यक्ष सनी धीमान और अनिल मीणा ने विद्यार्थियो की उपस्तिथ में प्रधानमंत्री के खिलफ भड़काओ शर्मनाक नारे लगा कर रावन का पुतला सरस्वती ढाबे के पास फूंका जिनमे मोदीजी के साथ अमित शाह,नाथूराम गोडसे,साक्षी महाराज,बाबा रामदेव,महंत आदित्यनाथ,आसाराम बापू,साध्वी प्राची,कुलपति जगदीश कुमार के रावण,१० सर के रूप में पुतले फूंके किसी मुस्लिम,दलित या विरोधी नेता का नाम नहीं था.ये उस दिन हुआ जब पूरे देश में आतंकवाद,पकिस्तान,हफीज सईद नवाब शरीफ के पुतले फूंके जा रहे थे.ये काम बिना सोनिया और राहुल गांधी की सहमत के नहीं हो सकता.बीजेपी के शाहनवाज़ ने सोनिया से माफी मागने को कहा और अदालत में केस दर्ज की मांग की.!कुलपति ने जांच के आदेश दिए और गृह मंत्रालय ने पुलिस से रिपोर्ट माँगी.!जे.एन यू देश का सबसे प्रतिष्ठ विश्वविद्यालय है जहाँ ऊंचे स्तर की पढाई के साथ रिसर्च की सुविधा भी होती है.यहाँ से देश के कई प्रसिद्ध नेता,सेना अधिकारी और समाज के अन्य वर्ग के लोग पढ़ चूले है.यहाँ फीस,खाना,हॉस्टल का किराया बहुत सस्ता है क्योंकि सरकार बहुत सा धन इस पर खर्च करती है!लेकिन यहाँ पर अन्य गलत काम भी बहुत होते है यहाँ बहुत सी शराब की बोतले और कंडोम मिले थे.!इस विश्वविद्यालय पर वाम दलों का कब्ज़ा था इसीलिए यहाँ भार्तियाया का विरोध होता.यूपीए के समय तुष्टीकरण के कारन इसका समर्थन होता रहा.७ फरबरी को यहाँ राष्ट्र विरोधी नारे लगाए गए और संसद में हमले वाले आतंकवादी अफज़ल गुरु की बरसी मनाई गयी !तब सरलार ने कई विद्यार्थियो को पकड़ कर उनके खिलाफ मुकदमा चलाया था और अध्यक्ष कन्हेया कुमार को जेल भेज दिया लेकिन हमारी अदालते ऐसे लोगो को जमानत बहुत जल्दी दे देती है!इस के कुछ दिन पहले गुजरात के गौरक्षको और गुजरात सरकार का पुतला फूंका गया था.जिसपर यूथ फोरम फॉर डिस्कशन और वेलफेयर को नोटिस दिया गया था.!वाम दल के संगठन SFI ने समर्थन किया था.!वे लोग हाथ में तख्तियां लिए थे जिनमे लिखा था सत्य की असत्य के ऊपर विजय,की जी है उसने कहा की १.हमने जुमले,फरेब और झूठ के रावन को जलाया.२.मोदी लगातार झूठ बोल रहे और दलितों पर अत्याचार हो रहे!३.लुल्पति के ज़रिये मुस्लिम विद्यार्थियो को निशाना बनाया जा रहा.!इसी के सदस्य मसूद ने कहा की सिस्टम जनता और विद्यार्थियो के लिए होना चाइये.बरी बेशर्मी से सोशल मीडिया में वीडिओ डाल दिया.!ये सब कांग्रेस की सरकार की बढ़ती लोकप्रियता से है !इसके विरोध में बिहार में राहुल और सोनिया के पुतले फूंके गए.!लेकिन कांग्रेस के नेताओं ने जिस बेशर्मी से इसको उचित ठहराया शर्म आती है उनकी मानसिकता पर.शर्म आती और दर्शाता की कुर्सी के लिए विरोधी और खास कर कांग्रेस किसी हद्द तक जा सकती है.!देश की इन घटनाओं पर जनता को सरकार का एक जुट हो कर साथ देना चाइये देश ही सरोपरी है और सेना पर गर्व है !जय हिन्द जय भारत
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