जय श्री राम एक रिपोर्ट के अनुसार आईएस और बोको हरम (नाईजेरिया) के बाद आतंकवाद से मरने वालो में भारत आता है जो एक तरफ पाकिस्तान परस्त अत्तान्क्वाद से पीड़ित है वही कुछ प्रदेशो में वाम समर्तित नक्सलवाद जिससे मुकाबले में हमारे हजारो सैनिको और पुलिस कर्मी शहीद हो गए और हजारो नागरिक मरे हाय.देश की सुरक्षा में जहाँ सबको एक साथ इसपर एकजुट होना चाइये हमारे सेकुलर ब्रिगेड इसे भी राजनातिक और साम्प्रदायिक चश्मे से देख रहा.१९ सितम्बर २००८ को दिल्ली में बटाला हाउस मुठभेड़ हुआ था जिसमे दिल्ली पुलिस के इन्स्पेक्टर मोहन चन्द शर्मा मारे गए २ आतंकवादी मरे गए,१ पकड़ा गया और 2 भागने में सफल हुए.इस पर खुल कर राजनीती हुई इसे फर्जी बताया गया प्रदर्शन हुए सेक्युलर नेताओ मीडिया ने सवाल उठाये कांग्रेस के नेता सलमान खुशीद ने कहा सोनिया गाँधी मुठभेड़ की तस्बीरे देख रात भर रोटी रही केजरीवाल ने चुनाव घोषणा पर इसकी जांच को रक्क्खा.शायद हमारे ही देश है जहाँ आतंकवादियो से सहानभूति रक्खी जाती ये सब मुस्लिम वोटो के लिए होता.इसी तरह जब नक्सल वादी मारे जाते लोग रोते और उनसे लड़ते वक़्त पुलिस वालो के मरने पर जे एन यू में जसं मनाया जाता.आतंकवादी और नक्सल से लड़ने वक़्त सेना पुलिस और नागरिको के मरने पर ये नेता शोक नहीं मनाते परन्तु आतंकवादियो और नक्साल्वाडियो से हमेशा हमदर्दी जताते है.!सबसे तजा उदहारण है भोपाल में १ नवम्बर को सुबह रीन बजे के करीब सिमी के 8 दुर्दांत आतंकवादी जेल से भाग निकले एक जेल प्रहरी पुलिस वाले राम शंकर यादव का गला रेंद कर हत्या कर दी दुसरे पुलिस वाले चन्दन के हाथ पैर बाँध दिए.ये बहुत बड़ी साजिस थी क्योंकि cctv कैमरे काम नहीं कर रहे थे उनको अन्दर बहार से मदद मिल रही थी उन्होंने खाने वाले बर्तनों से हथियार के रूप में इस्तेमाल किया और चादरों को जोड़ कर रस्सी की तरह इस्तेमाल कर ऊपर लकड़ी की मदद से भाग गए !गाव वालो ने संदिग्न अवस्था में देख पुलिस को सूचना दी जिसपर स्पेशल फाॅर्स भेजा गया जिसपर भी पत्थरो हथियारों से हमला हुआ तब पुलिस कार्यवाही में 8 मारे गए उनका पोस्ट मार्टम करा उनकी शवो को उनके परिवार वालो को दे दिया गया.!जैसे ये समाचार मिला राजनीती शुरू हो गयी सबसे पहले कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने साम्प्रदायिक रंग देते कहा की मध्य प्रदेश से सिमी के ही कैदी और मुस्लिम ही क्यों भागते और इसकी जांच sc की निगरानी में हो.इनमे से ५ २०१३ में खडवा जेल से भागे थे और बाद में पकडे गए.इन पर आतंकवादी घटनाओं में शामिल,2 ATS के सिपहिओ को मरने और बैंक डकैती के आरोप है !मुख्यमंत्री चौहान ने गृहमंत्री से बात चीत कर NIA से जेल से भागने की जांच कैवाने की घोषणा की और SIT पुलिस मुठभेड़ की जांच करेगी.दुसरे नेता लालू,मायावती,केजरीवाल वोटो की राजनीती करते मुठभेड़ पर सवाल उठाते न्यायिल जांच करने की मांग करने लगे.!किसी ने भी मारे गए सिपाई की मृत्यु पर शोक नहीं जताया.!केजरीवाल ने ट्वीट में कहा”यह मोदी राज है ,फर्जी एनकाउंटर ,फर्जी मामले.!रोहित वुमेला,बीके बंसल खुदकुशी,दलितों पर अत्याचार,!जे.एन यू के छात्र नसीब का लापता पर सवाल उठा मोदी सरकार,आरएसएस और गौ रक्षको पर भी सवाल उठाये.! “शिव राज जी ने बहुत अच्छा उत्तर दिया कनात है ऐसे नेताओ पर जो आतंकियो से सहानभूति रखते पर शहीद पुलिस वालो के प्रति एक शब्द भी नहीं कहा पर पीड़ा होती और वोट बैंक की राजनीती निंदनीय है!.!रवि शंकर प्रसादजी ने सोनिया से पूंछा क्या दिग्विजय सिंह का जवाब कांग्रेस भी राइ है.!गृह राज्य मंत्री रिजू ने कहा की पुलिस और सेना पर लोगो को सक नहीं करना चाइये.!बीजेपी ने बहित कठोर शब्दों में निंदा की.याद होगा ऐसे सवाल इन्ही नेताओ ने गुजरात के चर्चित शोहरबुद्दीन एयर इशरत जहाँ केस में कहा था और नितीश ने तो इशरत को बिहार की बेटी बताया था !१८९४ का जेल अधनियम जेल में हथियार बंद पुलिस की तैनाती की आगया नहीं देता.प्रदेश ने इस पर बदलाव नहीं किया जबकि कुछ प्रदेशो ने कर लिया.हाल में तिहार जेल में खूंखार आतंकवादी अबू फैज़ल आया था जिसपर साजिस पर संदेह हो रहा लेकिन सच जांच के बाद ही पता चलेगा.!मुख्यमंत्री चौहान जी ने सीपी राम शंकर के घर जा कर उसकी अर्थी को कन्धा दिया,उसको १० लाख की लडकी की शादी जो दिसंबर में है को ५ लाख,सूचना देने वाले गाव वालो को ५-५ लाख,,भागे गए आतंकियो को खोजने वालो को १-१ लाख और मुठभेड़ में शामिल को 2-2 लाख का पुरस्कार कर प्रतेक शहीद को २५ लाख देने की घोषणा की, इसके अलावा जिस कालोनी में राम शंकर रहता था वहा उसकी मूर्ती के साथ उसका नाम भी उसके नाम पर होगा.!आतंकावादी भागे या पकडे जाये या मारे जाए या घटना करे सेक्युलर ब्रिगेड हर बात में सरकार पर हमला करता और हो हल्ला मचाता.!यही हॉल मूर्ख बुद्दिजीवियो का जो कांग्रेस की हां पर हां मिला देते.!उत्तर प्रदेश में ,पच्छमी बंगाल,केरला,कर्णाटक में हिन्दू मारे जाते उत्तर प्रदेश के कई जिलो से पलायन को मजबूर ,लेकिन इन सेकुलर ब्रिगेड बुद्दिझीवी चुप.कश्मीर पर सेना पर सवाल उठातेलेकिन पत्थर मारने वालो की निंदा नहीं या म्मारने वेक पाकिस वालो या नक्रीको से कोइ सहानुभूति नहीं न कभी कोइ विरोध न कोइ अवार्ड वापसी.!ये कैसा सेकुलरिज्म है?ये देश की सुरक्षा से खिलवाड़ है.!ऐसे लोग तो कुर्सी,वोटो और अवार्ड के लिए देश भी बेच दे.!देश को सेना और पुलिस पर गर्व है और आभारी जिनकी वजह से हम सुरक्षित है.!
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